SEBI Meeting : अमेरिका की रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग और कांग्रेस पार्टी द्वारा कथित तौर पर सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच के खिलाफ हितों के टकराव के आरोपों के बाद आज इसकी पहली बैठक है | बैठक में सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों की चर्चा हो सकती है |
सेबी चीफ माधबी पुरी बुच के लिए आज के लिए बड़ा अहम है | दरअसल, बाजार नियामक सेबी के बोर्ड की आज महत्वपूर्ण बैठक (SEBI Meeting) होने वाली है | बैठक में सेबी चीफ माधबी पुरी बुच पर हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों (Hindenburg-Sebi Issue) की चर्चा हो सकती है | ऐसे में आज सबकी नजर सेबी की बोर्ड मीटिंग पर टिकी हुई हैं |
दरअसल, बुच पर हिंडनबर्ग द्वारा 10 अगस्त को लगाए गए आरोपों (Hindenburg’s New Report) के बाद पहली बार यह बैठक हो रही है, इसलिए इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है |
माधबी पुरी बुच पिछले कुछ समय से निशाने पर हैं | हिंडनबर्ग के बाद कांग्रेस ने भी उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं | बताया जा रहा है कि सेबी चीफ पर लगाए गए आरोपों को बोर्ड ने गंभीरता से लिया है और इन पर मीटिंग में चर्चा निश्चित रूप से होगी | यह भी संभव है कि इस चर्चा से माधबी पुरी बुच खुद को अलग कर लें |
एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सेबी चेयरपर्सन पर लगे आरोपों को लेकर पहले से ही चर्चा चल रही है और बोर्ड मीटिंग में इस पर विचार से चर्चा हो सकती है | इसके अलावा, बैठक में सेबी द्वारा पेश किए गए 11 कंसल्टेंशन पेपर पर भी चर्चा संभव है |
सेबी चीफ पर क्या लगे हैं आरोप (SEBI meet today)
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि बुच और उनके पति ने अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी द्वारा नियंत्रित ऑफशोर फंडों में निवेश किया था जिसका कथित तौर पर भारत में समूह की सूचीबद्ध संस्थाओं के फंड में हेरफेर करने और स्टॉक की कीमतों को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया गया था |
हिंडेनबर्ग ने यह भी आरोप लगाया कि सेबी ने रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REIT) से संबंधित नियमों में संशोधन किया था जिससे ब्लैकस्टोन को फायदा हुआ ,जहां बुच (HINDENBURG ON SEBI CHAIRPERSON) के पति एक वरिष्ठ सलाहकार थे |
कांग्रेस पार्टी ने बुच पर लिस्टेड स्टॉक्स मे व्यापार करने और अपने कार्यकाल के दौरान अपने पूर्व नियोक्ता आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी स्टॉक विकल्प बेचने तथा सूचीबद्ध कंपनियों को परामर्श सेवाएं प्रदान करने वाली अपनी सलाहकार फर्म के माध्यम से धन कमाने का आरोप लगाया जो नियामक की हितों के टकराव की नीति (पॉलिसी ऑफ कंफिल्क्ट ऑफ ईंटेरेस्ट) का उल्लंघन है |
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