Operation Sindoor : ऑपरेशन सिंदूर आतंक के अड्डों पर भारतीय कहर

6 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर जबरदस्त हवाई हमला किया और 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। (Operation Sindoor) इस साहसिक ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। यह कार्रवाई उन आतंकी कैंपों पर की गई जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमले करने की साजिशें रची जा रही थीं।

हवाई हमले में आधुनिक लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया गया

भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में अपने सबसे आधुनिक लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया:

  • राफेल लड़ाकू विमान
  • सुखोई Su-30 MKI
  • मिराज 2000

इन विमानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों (POK) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया।

SCALP मिसाइल: राफेल की ताकत

इस ऑपरेशन में राफेल फाइटर जेट से दागी गई SCALP क्रूज मिसाइल ने अहम भूमिका निभाई। (Operation Sindoor) यह मिसाइल 500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर सटीकता से लक्ष्य को नष्ट करने की क्षमता रखती है। स्कैल्प मिसाइल जीपीएस और उन्नत नेविगेशन सिस्टम का उपयोग करती है, जो इसे बहुत सटीकता के साथ लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करती है। यह लगभग 100 से 130 फीट की बहुत कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है, जिससे इसे रडार पर पता लगाना मुश्किल हो जाता है और यह लक्ष्य पर हमला करने के लिए अधिक प्रभावी है। इस मिसाइल में BROACH (बॉम्ब रॉयल ऑर्डनेंस ऑगमेंटेड चार्ज) वारहेड लगा हुआ है, जो बंकरों और मजबूत संरचनाओं को भेदने में सक्षम है। साल 2020 में लद्दाख में भारत-चीन तनाव के दौरान स्कैल्प मिसाइलों से लैस राफेल जेट को अंबाला एयरबेस पर तैनात किया गया था, जिससे उन्हें तिब्बत क्षेत्र में स्थित रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने में मदद मिली।

ब्रह्मोस मिसाइल: भारत का ब्रह्मास्त्र

भारत और रूस की साझेदारी में बनी ब्रह्मोस मिसाइल को भी इस ऑपरेशन में प्रमुख हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया।

  • इसकी गति 2.8 मैक (ध्वनि की गति से ढाई गुना) है।
  • वर्तमान में इसकी रेंज 290 किलोमीटर है, लेकिन भारत ने इसका विस्तारित संस्करण (450-500 किलोमीटर) भी विकसित किया है।

सुखोई लड़ाकू विमानों को भी ब्रह्मोस से लैस किया गया है, जिससे उनकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है।

ब्रह्मोस: तीनों सेनाओं का एक साझा हथियार

ब्रह्मोस मिसाइल तीनों सेनाओं – थल सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला हथियार है:

  • सेना की तोपखाना में इसका उपयोग
  • सुखोई जैसे वायु सेना के (Operation Sindoor) अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमानों में इसका एकीकरण
  • नौसेना के युद्धपोतों को ब्रह्मोस से सुसज्जित किया गया है

इजराइली तकनीक का योगदान

भारत ने इस ऑपरेशन में इजराइल के ‘हारोप’ लोइटरिंग गोला-बारूद का भी इस्तेमाल किया। यह पहली बार है जब आधिकारिक तौर पर यह जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही इजराइल के स्पाइस-2000 बमों का भी इस्तेमाल किया गया, जिन्हें पहले 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक में मिराज-2000 से दागा गया था।

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ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए प्रमुख हथियार


हथियार विमान की विशेषताएँ

राफेल जेट + SCALP लंबी दूरी तक सटीक हमला
सुखोई Su-30 MKI ब्रह्मोस से लैस, गहरी मारक क्षमता
मिराज 2000 सटीक बमबारी के लिए मशहूर
ब्रह्मोस मिसाइल सुपरसोनिक गति, सटीक लक्ष्य भेदन
हारोप म्यूनिशन लक्ष्य पर मंडराने के बाद आत्मघाती हमला
स्पाइस-2000 बम अत्यधिक सटीक बम

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