
कोरोना के मामले फिर क्यों बढ़ रहे हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि मौसम में बदलाव, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का कम इस्तेमाल और बूस्टर डोज न (Coronavirus Update) लगवाना कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की मुख्य वजहें हैं। हालांकि, ज़्यादातर मामलों में लक्षण हल्के होते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं पड़ती। वैक्सीन लगवा चुके लोगों के लिए जोखिम बहुत कम है।

क्या घबराने की जरूरत है?
नहीं। डॉक्टरों के अनुसार, घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है। हमारे पास अब पहले से बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, टीकाकरण और अनुभव है। ऐसे में समझदारी से स्थिति से निपटना जरूरी है।
खुद को और अपने प्रियजनों को सुरक्षित रखने के आसान तरीके
- मास्क पहनें: मास्क पहनें, खास तौर पर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर।
- हाथ धोना न भूलें: नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का (Coronavirus Update) इस्तेमाल करें।
- लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें: अगर आपको सर्दी, खांसी, बुखार या थकान जैसे लक्षण दिखाई दें, तो डॉक्टर से संपर्क करें और खुद को अलग रखें।
- बूस्टर खुराक लें: अगर आपको अभी तक बूस्टर खुराक नहीं मिली है, तो जल्द ही लें।
- बुज़ुर्गों और बीमार लोगों का ख्याल रखें: संक्रमण उनके लिए ज़्यादा जोखिम भरा हो सकता है।

HMPV: यह क्या है और यह चिंता का विषय क्यों है?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण है जो फ्लू जैसा होता है। (Coronavirus Update) यह कोई नया वायरस नहीं है, बल्कि पहली बार 2001 में सामने आया था। डॉक्टरों के अनुसार, HMPV से घबराने की ज़रूरत नहीं है। यह एक आम फ्लू जैसा संक्रमण है, जिसकी मृत्यु दर बहुत कम है। यह ख़ास तौर पर बच्चों में देखा जाता है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अभी विकसित हो रही होती है। ज़्यादातर लोग एक हफ़्ते में ठीक हो जाते हैं।
HMPV बच्चों में ज़्यादा क्यों फैल रहा है?
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अभी विकसित हो रही होती है और उनके शरीर में इस वायरस के खिलाफ़ एंटीबॉडी नहीं बनी होती है। वहीं, वयस्कों में यह संक्रमण पहले ही हो चुका होता है, इसलिए उनके शरीर में एंटीबॉडी पहले से ही मौजूद होती हैं।

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एचएमपीवी से कैसे बचें?
- अगर आपको सर्दी-खांसी है तो रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें।
- खांसने और छींकने के बाद हाथ धोएं।
- सोशल मीडिया पर अफवाहों पर विश्वास न करें।
- आईसीएमआर के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
- हल्के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें, खुद जांच करवाने या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है।

कोरोना और एचएमपीवी दोनों से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। साफ-सफाई, मास्क पहनने, वैक्सीन लगवाने और समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर हम इन संक्रमणों से आसानी से बच सकते हैं। डॉक्टर यही कहते हैं- “डरो मत, समझदारी से काम लो।”