Bangladesh Violence on Hindus : बांग्लादेश में दंगाइयों का कहना है कि अब बांग्लादेश में हिन्दुओं के लिए जगह नहीं है

आंखों के सामने मंदिर तोड़े जा रहे (Violence against Hindus)

वे कहते हैं, अब हमारे पास बांग्लादेश छोड़कर जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। यह कहना है बागोड़ा जिले के रहने वाले ख्यात गायक सुशीलचंद्र सरकार का है।

थाना छोड़कर चले गए पुलिसकर्मी (Bangladesh Crisis 2024)

अवामी लीग नेता और त्रान व समाज कल्याण कमेटी के उपसदस्य अजय कुमार सरकार बताते हैं, बांग्लादेश के कुल 64 जिले में से 21 जिलों में हिंदू आबादी है।

एक सप्ताह से दफ्तर में कैद (Bangladesh Violence)

एक निजी कंपनी में नौकरी करने वाले निक्सन हालदार बीते एक सप्ताह से दफ्तर में ही कैद हैं। वह कहते हैं- दफ्तर की खिड़की से हम लोग सब टूटते-बिखरते देख रहे हैं।

दंगाइयों से बचाने के लिए खुद ही घर-दुकान तोड़ रहे हैं लोग (How are Hindus Treated in Bangladesh)

हमले (anti hindu riots in bangladesh) के दौरान घर से भागकर जान बचाने वाले सातखीड़ा के डा.सुब्रत घोष का कहना है- मैं घर नहीं जा पा रहा हूं, क्योंकि दंगाई कभी भी पहुंच सकते हैं।