दंगाइयों से बचाने के लिए खुद ही घर-दुकान तोड़ रहे हैं लोग (How are Hindus Treated in Bangladesh)
दंगाइयों से बचाने के लिए खुद ही घर-दुकान तोड़ रहे हैं लोग (How are Hindus Treated in Bangladesh)
हमले (anti hindu riots in bangladesh) के दौरान घर से भागकर जान बचाने वाले सातखीड़ा के डा.सुब्रत घोष का कहना है- मैं घर नहीं जा पा रहा हूं, क्योंकि दंगाई कभी भी पहुंच सकते हैं।
हमले (anti hindu riots in bangladesh) के दौरान घर से भागकर जान बचाने वाले सातखीड़ा के डा.सुब्रत घोष का कहना है- मैं घर नहीं जा पा रहा हूं, क्योंकि दंगाई कभी भी पहुंच सकते हैं।