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यूपी बोर्ड : परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की फेस रीडिंग कराने की तैयारी, फर्जी छात्रों पर लगेगी लगाम

यूपी बोर्ड परीक्षा में डमी कैंडिडेट्स को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद एक अहम कदम उठाने जा रहा है. यूपी बोर्ड इस बार बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों के चहरे का मिलान करने के लिए फेस रीडिंग सिस्टम का सहारा लेने वाला है

News jungal desk :उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद बोर्ड यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 में नकल और डमी कैंडिडेट्स को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है । और इसके लिए 12वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के केंद्रों पर फेस रीडिंग की भी व्यवस्था की तैयारी है । और बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के चेहरे स्कैन किए जाएंगे । और फेस स्कैन करके मशीन डेटाबेस में मौजूद फोटो से उसे मैच कराएगी ।

यूपी बोर्ड हर साल नकल और धांधली रोकने के लिए हर संभव प्रयास करता है. जिसमें परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे और वायस रिकॉर्डर लगाने और कॉपियों पर बार कोड जैसे उपाय शामिल हैं. यूपी बोर्ड परीक्षा की कॉपियों पर बार कोड की व्यवस्था बोर्ड परीक्षा 2023 में शुरू की गई थी ।

परीक्षा केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन

यूपी बोर्ड नकल रोकने के लिए इस बार परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया ऑनलाइन कर रहा है. यूपी बोर्ड परीक्षा केंद्रों के जरिए निर्धारित परीक्षा केंद्रों की त्रुटि और छात्रों, अभिभावकों व प्रबंधकों की तरफ से मिली आपत्तियों के निराकरण के बाद फिर से सूची बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने की लास्ट डेट दो दिसंबर है. जबकि 10 दिसंबर को परीक्षा केंद्रों की फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी ।

यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए कुल 55 लाख 8 हजार 206 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें 29 लाख 47 हजार 324 स्टूडेंट्स हाईस्कूल के और 25 लाख 60 हजार 882 इंटरमीडिएट के हैं. यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए पिछले साल के मुकाबले 3 लाख 76 हजार 428 कम रजिस्ट्रेशन हुआ है. पिछले साल हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में कुल 58 लाख 84 हजार 634 स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन कराया था

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