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बाड़मेर में हुए मिग-21 क्रैश में दो पायलट शहीद ,बचा गए कई जिंदगिया

 न्यूज जंगल डेस्क कानपुर:-राजस्थान के बाड़मेर जिले के भीमडा के पास खुले रेत के टीले पर मिग-21 क्रैश हो गया. इस हादसे में हमने दो जबाजा पायलट खो दिए. दोनों जाबाजों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर आसमान में ही आग का गोला बना MiG- 21 को दूसरे स्थान पर ले जाकर बड़ी जनहानी होने से बचाई. इस हादसे के बाद वायुसेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए है. जांच के बाद हादसे के कारणों का पता चलेगा. दरअसल उत्तरलाई एयरबेस से ट्रेनी विमान मिग-21 अपनी नियमित उड़ान के लिए उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद वायु सेना राडार से विमान का कनेक्शन कट गया और भीमडा गांव के पास एक खुले रेत के टीले पर विमान क्रैश हो गया. विमान क्रैश की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची.

टीम ने साथ मिलकर आग पर काबू पाया. घटना इतनी भयावह थी कि स्थानीय लोगों ने बताया किविमान ने दो चक्कर आबादी वाले क्षेत्र के ऊपर लगाए. इसके बाद दोनों जांबाज पायलटों ने सूझबूझ दिखाते हुए सुनसान जगह पर ले जाकर विमान को लैंड कराने की कोशिश की. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा इतना भयानक था कि विमान के क्रैश होने के बाद बहुत बड़ा धमाका हुआ और करीब आधा किलो मीटर के दायरे में मलबा फैल गया.

राजस्थान में मिग-21 क्रैश में दो पायलट शहीद हो गए. जान गंवाने वालों में जम्मू के आर एस पुरा सेक्टर के गांव जिंदगी मेलू के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल हैं. अद्वितीय  के निधन की खबर सुनते ही परिवार ने मातम छा गया. उनकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है. फिलहाल परिवार के लोग दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. माना जा रहा है कि यहीं उनको अंतिम विदाई दी जाएगी.

मिग क्रैश हादसे में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के संधोल के सपूत मोहित राणा भी शहीद हो गए. फिलहाल उनका परिवार चंडीगढ़ में रहता है. मोहित के पिता रामप्रकाश सेना से कर्नल के पद से सेवानिवृत हुए हैं. चंडीगढ़ में ही मोहित के अंतिम संस्कार करने की बात सामने आ रही है.

बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही बायतु एसएचओ को मौके पर तत्काल भिजवाया गया. साथ ही आग पर काबू पाया गया. वायुसेना के अधिकारियों की जांच में मदद की जा रही है. हादसा बहुत खतरनाक था, लेकिन दोनों जांबाज पायलट ने अपनी जान की परवाह किए बिना आम जन के जीवन को बचा लिया.

बाड़मेर जिले में पिछले 10 सालों में मिग क्रेश का यह आठवां मामला है, लेकिन दुखद यह है कि हमने पहली बार दो पायलट खोए. हादसे के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इस हादसे पर रक्षा मंत्री से लेकर कई नेताओं ने हमारे दोनों पायलट की शहादत गहरा दुख जताया है

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