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आईआईटी कानपुर के दो पूर्व छात्रों ने एसएमआरटी की आर्थिक मदद की

न्यूज जंगल डेस्क कानपुर आईआईटी कानपुर के दो पूर्व छात्रों ने यहाँ बन रहे देश के पहले मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी स्कूल (एसएमआरटी) के लिए बड़ी आर्थिक मदद की है। डॉ देव जोनेजा ने 25 लाख डॉलर (करीब 19 करोड़) और हेमंत जालान ने 18 करोड़ रुपये संस्थान को एसएमआरटी के निर्माण के लिए दिए है। यह इन दोनों छात्रों को एसएमआरटी के सलाहकार बोर्ड में भी शामिल किया गया है।

देश का पहला मेडिकल रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी स्कूल…
आपको बता दें आईआईटी कानपुर देश का पहला ऐसा तकनीकी संस्थान होगा जहां पर एसएमआरटी की स्थापना की जा रही है। यहां इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई व शोध साथ में किया जाएगा। साथ ही 500 बेड का सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल भी बनाया जायेगा।

पहले भी की है मदद…
इस स्कूल के लिए डॉ देव जोनेजा ने टेरी मुसोन और देव जोनेजा गिफ्ट के रूप में 2.5 मिलियन डॉलर और हेमंत जालान ने स्कूल के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए 18 करोड़ रुपये दिए हैं। संस्थान के निदेशक प्रो अभय करंदीकर ने कहा कि संस्थान के विकास के लिए पूर्व छात्र लगातार तत्पर रहते हैं। वे लगातार मदद कर संस्थान को दुनिया भर में पहचान दिला रहे हैं। डॉ देव ने आईआईटी कानपुर से 1984 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। वर्तमान में वे एक्सोडस प्वाइंट कैपिटल मैनेजमेंट में चीफ रिस्क ऑफिसर हैं। उन्होंने इससे पहले भी संस्थान में 3 फैकल्टी चेयर और सामुदायिक कल्याण पहलुओं के निर्माण में भी योगदान दिया है। हेमंत जालान ने 1977 में केमिकल इंजीनियरिंग से बीटेक किया है। वे इंडिगो पेंट्स के फाउंडर हैं। यह कंपनी में वर्तमान में देश में चौथे स्थान पर पेंट निर्माता है।

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इंजीनियरिंग विभाग और बायो मेडिकल विशेषज्ञ करेंगे शोध…
संस्थान में पहले चरण में 500 बेड के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के साथ अत्याधुनिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बनाया जाएगा। इस स्कूल में इंजीनियरिंग विभाग और बायो मेडिकल विशेषज्ञ शोध करेंगे और छात्रों को विभिन्न डोमेन में पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल डिग्री प्रदान करेंगे।

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