जदयू में दरार की स्क्रिप्ट हुई तैयार, 20 फरवरी को CM Nitish की पार्टी में आएगा तूफान?

Nitish Kumar vs Upendra Kushwaha: जनता दल यूनाइटेड (JDU) के भीतर उपेंद्र कुशवाहा, नीतीश कुमार, ललन सिंह और उमेश कुशवाहा के बीच मचे घमासान के बीच अब सुलह की कोई गुंजाइश नजर नहीं आ रही है। दोनों तरफ से एक-दूसरे पर जबरदस्त तरीके से वार पलटवार किए जा रहे हैं। इस वजह से राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकलें जन्म ले रही हैं।

News Jungal political desk: जनता दल यूनाइटेड (JDU) के लिए अगले कुछ महीने बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं। पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में विलय होगा या पार्टी में टूट होगी? इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के प्रकरण को लेकर पार्टी के भीतर जिस प्रकार घमासान मचा हुआ है, उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में नीतीश कुमार को पार्टी के भीतर कुछ अप्रत्याशित घटनाएं भी देखने को मिल सकती हैं।

क्या 20 फरवरी को जनता दल यूनाइटेड के हो जाएंगे दो फाड़?

जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के कार्यकर्ताओं के नाम एक खुला पत्र जारी किया है, जिसमें पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे उपेंद्र कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं के साथ आगामी 19 और 20 फरवरी को एक बैठक कर अपनी बात रखने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं से राय मांगी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के नाम खुला पत्र में कहा है कि पार्टी आंतरिक कारणों से रोज कमजोर होती जा रही है। उपेंद्र कुशवाहा का यह भी मानना है कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जेडीयू का जनाधार जनता में काफी तेजी से घट रहा है। उन्होंने कहा कि नवंबर दिसंबर में हुए उपचुनाव के परिणाम इसका एक जीता जागता उदाहरण है।

इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आरजेडी के साथ पार्टी नेतृत्व ने संभवतः कोई ‘खास डील’ की है और उस डील में जनता दल यूनाइटेड (JDU) का राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में विलय करने पर भी सहमति बन चुकी है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने पार्टी को खून पसीने से सींचा है, उन कार्यकर्ताओं को जबरन उसी पार्टी के लिए काम करने को मजबूर किया जा रहा है, जिसके खिलाफ वर्षों तक कार्यकर्ताओं ने जंग लड़ी है। उपेंद्र कुशवाहा की इस पहल पर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या 19 और 20 फरवरी को उन्होंने कोई बैठक बुलाई है, उसमें पहुंचने वाले जेडीयू कार्यकर्ता की संख्या कितनी होगी और क्या उपेंद्र कुशवाहा उसी दिन पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लेकर जेडीयू छोड़ने का ऐलान करेंगे?

उपेंद्र कुशवाहा हैं अति महत्वाकांक्षी- उमेश सिंह कुशवाहा

जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा द्वारा 19 और 20 फरवरी को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बुलाई बैठक पर कटाक्ष किया है। उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को नसीहत देते हुए कहा कि अभी वह पार्टी के एक सदस्य मात्र ही हैं। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हाल के दिनों में प्रखंड से राष्ट्रीय अध्यक्ष तक संगठन का चुनाव हुआ है, लेकिन उसके बाद अभी तक ना तो प्रदेश और ना ही राष्ट्रीय कमेटी जारी की गई है। इसलिए उपेंद्र कुशवाहा महत्वाकांक्षा के अतिरेक में अव्यवहारिक और अनर्गल ही बयानबाजी कर रहे हैं, जो उनके राजनीतिक जीवन को समाप्त कर देगा। उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू जनता की पार्टी है, जिसे नीतीश कुमार ने स्वयं खड़ा किया है। उपेंद्र कुशवाहा कितने अवसरवादी हैं यह बताने की जरूरत नहीं है। वह कहां- कहां गए, अपनी पार्टी बनाए और इस बार यहां आने के बाद पार्टी को ही कमजोर करने का उन्होंने काम किया है। जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब हमारे संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी नही हैं, इसलिए उनको मीटिंग बुलाने का कोई अधिकार ही नहीं है। उमेश सिंह कुशवाहा ने यहां तक कहा कि अगर उपेंद्र कुशवाहा संसदीय दल के अध्यक्ष होते तो भी उन्हें यह अधिकार नहीं दिया जाता।

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