


न्यूज जंगल डेस्क,कानपुरः हाईकमान के बीच बचाव के बाद आखिरकार नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से दिया अपना इस्तीफा वापस लेने को तैयार हो गए हैं। पार्टी नेतृत्व की पहल पर सिद्धू के साथ हुई अहम बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस के प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने एलान किया कि पूर्व क्रिकेटर सिद्धू प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में काम करते रहेंगे। रावत ने यह भी एलान किया कि पंजाब कांग्रेस के नए संगठनात्मक ढांचे के साथ कुछ अहम फैसलों की अगले 24 घंटे में घोषणा कर दी जाएगी।
सिद्धू ने भी इस बैठक के बाद सुलह का संदेश देते हुए कहा कि कांग्रेस हाईकमान का फैसला स्वीकार है। गांधी परिवार पर उन्हें पूरा भरोसा है। सिद्धू की इस घोषणा के बाद उम्मीद की जा रही है कि पंजाब कांग्रेस में पिछले छह महीने से चल रहे घमासान का अब पटाक्षेप हो जाएगा।
कांग्रेस मुख्यालय में प्रभारी महासचिव हरीश रावत और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की घंटे भर से अधिक चली बैठक के बाद रावत ने सिद्धू के इस्तीफा प्रकरण का पटाक्षेप होने की घोषणा की। साथ ही कहा कि कुछ मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और सिद्धू के बीच बातचीत हुई है और जल्द ही इसका समाधान निकल जाएगा। सिद्धू प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे और संगठन की मजबूती का काम तेज करेंगे।
रावत ने साफ संकेत दिया कि सुलह सफाई के लिए हुई इस बैठक में कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू के कुछ मसलों को हल करने का संदेश दे दिया है तो सिद्धू ने भी लचीलापन दिखाते हुए नेतृत्व की बात मानने का फैसला किया है।
रावत के संकेतों से साफ है कि अगले 24 घंटे में पंजाब कांग्रेस में कुछ संगठनात्मक नियुक्तियों की घोषणा के साथ मुख्यमंत्री चन्नी सरकार से जुड़े कुछ अहम फैसले भी करेंगे जिसको लेकर सिद्धू खुलकर अपनी आवाज उठाते रहे हैं।रावत ने कहा कि सिद्धू ने कहा है कि आलाकमान के आदेश का पालन करेंगे तो आदेश बिल्कुल साफ है कि वे संगठन को मजबूत करें और उसके लिए पूरी ताकत से काम करें। इस्तीफा वापस लेने की सीधी घोषणा नहीं होने के सवाल पर सवाल हरीश रावत ने कहा कि हर चीज की प्रक्रिया होती है। शुक्रवार तक इंतजार करिए, तब तक स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी।
इस बैठक के बाद सिद्धू के सुर भी पूरी तरह बदले नजर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा उनके सर्वोच्च नेता हैं। वे इनके आदेशों का पालन करेंगे। सिद्धू ने कहा कि बैठक में उन्होंने अपनी कुछ चिंताओं को रखा और हाईकमान पर उन्हें पूरा भरोसा है। सिद्धू के इन शब्दों से साफ है कि नेतृत्व ने उनके कुछ सवालों के हल का आश्वासन दे दिया है।
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