MP :  मध्य प्रदेश में इंसानियत हुई शर्मसार, परिजन ठेले पर 15 किमी. लेकर गए आदिवासी युवक का शव

माना जाता है कि मध्य प्रदेश की सरकार आदिवासियों की हितैषी सरकार है. लेकिन, यहां आदिवासियों को अस्पतालों में सुविधाएं नहीं मिलतीं. ताजा मामला सीधी जिले का है. यहां एक आदिवासी युवक की मौत के बाद उसका शव ले जाने एंबुलेंस नहीं मिली. आखिर थकहारकर परिजनों ने लाश को हाठ ठेले पर रखा और 15 किमी दूर बम्हनी गांव ले गए ।

  न्यूज जंगल क्राइम डेस्क :मध्य प्रदेश से एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई है । और यहां आदिवासी युवक के शव को ले जाने के लिए परिजन अस्पताल स्टाफ से एंबुलेंस देने की गुहार लगाते रहे थे लेकिन उन्हें वाहन नहीं मिला और अंत में परिजन खुद हाठ ठेले पर युवक की लाश कई किमी दूर घर तक ले गए है । और परिजनों का कहना है कि अस्पताल स्टाफ ने उनकी बात सुनी ही नहीं है । युवक की मौत के बाद लावारिस की तरह छोड़ दिया है । और किसी ने इस घटना का वीडियो मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया है । अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ।

यह दर्दनाक घटना जिले के चुरहट थाना इलाके के बम्हनी गांव की है । ओर यहां 40 साल का अशोक कोल कोतवाली थाना इलाके के इन्द्रानगर में रहता था. उसने यहां किराए पर कमरा लिया था । और अशोक कोल मजदूरी कर घर चलाता है । 3 फरवरी की रात उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. उसकी गंभीर हालत देख परिजन उसे जिला अस्पताल ले आए. डॉक्टरों ने यहां उसका इलाज शुरू किया, लेकिन उसकी मौत हो गई ।

गाड़ी के लिए टालता रहा अस्पताल का स्टाफ
मृतक के परिजनों ने बताया कि अशोक कोल को उल्टी की शिकायत थी । और उसी का इलाज कराने वे जिला अस्पताल आए थे. उन्होंने बताया कि यहां डॉक्टरों ने उसके इलाज की कोशिश करी है और यहां व्यवस्था बेहतर नहीं थी और उसकी मौत हो गई है । परिजनों ने बताया कि अशोक की मौत के बाद उसका शव घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से कई बार एंबुलेंस मांगी. लेकिन, अस्पताल का स्टाफ इधर-उधर की बात गुमराह करता रहा. अंत में जब शव वाहन नहीं मिला तो हम परिवार की सहमति से शव को हाथ ठेले में रखकर घर ले गए है ।

बता दें, सीधी जिले में शव को कंधे पर अथवा हाथ ठेले में रखकर ले जाने का यह कोई पहला मामला नही है । और इसके पहले भी इस तरह के दर्जनों मामले सामने आ चुके हैं. बावजूद इसके जिला प्रशासन एवं अस्पताल प्रबंधन इस मामले को लेकर गंभीर नही है ।

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