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निर्वाचन आयोग के रुझानों में कांग्रेस बहुमत के करीब, 117 सीटों आगे, बीजेपी 72 सीटों तक सिमटी

बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई शिग्गांव विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. बीएस येदियुरप्पा के बेटे और बीजेपी के बीवाई विजयेंद्र शिकारीपुरा विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं. कर्नाटक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व की सराहना की. ईसीआई के रुझानों में पार्टी 95 विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रही है

News Jungal Desk : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना जारी है. निर्वाचन आयोग ने अब तक 224 में से 209 सीटों के रुझान जारी किए हैं. कांग्रेस इन रुझानों में बहुमत के आंकड़े 113 के करीब पहुंचती हुई दिख रही है और 117 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बनाई हुई है. भाजपा  72 और जद (एस) 23 विधानसभा क्षेत्रों में आगे हैं. मतगणना के बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शिमला में जाखू हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंचीं. आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कर्नाटक की सत्ता में आने पर बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी, जिसे भाजपा ने बजरंगबली से जोड़कर अपने कर्नाटक चुनाव अभियान में बड़ा मुद्दा बनाया था

इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता बसवराज बोम्मई, कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार, जद (एस) के एचडी कुमारस्वामी सहित कई अन्य बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. बोम्मई, सिद्धारमैया और शिवकुमार क्रमश: शिग्गांव, वरुणा और कनकपुरा से आगे चल रहे हैं. एचडी कुमारस्वामी चन्‍नापटना सीट से अब आगे चल रहे हैं. भाजपा महासचिप सीटी रवि चिकमंगलूर सीट से पीछे चल रहे हैं. मतगणना राज्य भर के 36 केंद्रों में सुबह आठ बजे शुरू हुई और निर्वाचन अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि राज्य के भावी राजनीतिक परिदृश्य की तस्वीर दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगी.

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य भर में विशेषकर मतगणना केंद्रों के अंदर और आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को चुनाव में 73.19 प्रतिशत का रिकॉर्ड मतदान दर्ज किया गया था. अधिकांश सर्वेक्षणकर्ताओं ने ‘एग्जिट पोल’ में सत्तारूढ़ भाजपा पर कांग्रेस को बढ़त दी थी. रुझानों में भी यह प​रलक्षित हो रहा है. राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य की सत्ता में क्रमिक बदलाव की 38 साल पुरानी परंपरा तोड़ने की उम्मीदें धुमिल होती दिख रही हैं. कांग्रेस के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में एक सकारात्मक चुनाव परिणाम प्राप्त करने की संभावना बहुत ज्यादा है.

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