


न्यूज़ जंगल डेस्क,कानपुर : कानपुर में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले शहर में लंबित तमाम विकास कार्यों को शुरू कराने के लिए शनिवार को महानगर के सांसद और विधायकों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने अपनी बात रखी। लखनऊ में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों की तरफ से बताए गए कामों को खुद डायरी में नोट किया। कुछ प्रमुख कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री ने तत्काल आश्वासन भी दिया। दक्षिण में 100 बेड के अस्पताल को लेकर विधायक महेश त्रिवेदी की मांग पर उन्होंने कहा कि वे खुद इसका शिलान्यास जल्द करेंगे।
शहर के दक्षिण क्षेत्र को 100 बेड के अस्पताल की सौगात मिल गई है। अस्पताल के निर्माण के लिए शासन ने 44 करोड़ रुपये का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। उसमें से छह करोड़ रुपये शासन ने कार्यदायी संस्था को जारी भी कर किए हैं। केडीए पहले ही अस्पताल के लिए भूमि का आवंटन पुरानी मौरंग मंडी की जगह कर चुका है। अब कार्यदायी संस्था को निर्माण कार्य शुरू करना है।
शहर के दक्षिण क्षेत्र में 25 लाख से अधिक आबादी रहती है। साथ ही दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी गुजरते हैं। इस लिहाज से इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में रामा देवी से पनकी के बीच कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। ऐसे ही बड़े चौराहे से लेकर बिधनू तक भी कोई बड़ा अस्पताल नहीं है। शहर के बीच से गुजरने वाली रेल लाइन की वजह से शहर दो हिस्सों में बंटा हुआ है। दक्षिण क्षेत्र में कोई सरकारी अस्पताल न होने से हादसा, आपात स्थिति या गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए एलएलआर अस्पताल (हैलट) या उर्सला के लिए भागना पड़ता है।
कोरोना महामारी के दौरान दक्षिण क्षेत्र में चिकित्सकीय व्यवस्था की पोल खुल चुकी है, इस दौरान लोग इलाज के लिए भटकते रहे। दक्षिण क्षेत्र में बड़े अस्पताल की स्थापना के लिए दैनिक जागरण लंबे समय से अभियान चला रहा है। इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहल करते हुए क्षेत्र को 100 बेड के अस्पताल की सौगात दी है।