न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर स्टॉल धारकों ने खानपान के बढ़ाए दाम को लेकर विरोध किया। वेंडरों ने ठेकेदारों पर आरोप लगाये कि कम कीमत पर खाना खरीद कर ठेकेदार दो गुने दामों पर यात्रियों को खाना बेच रहे है। जबकि वेंडरों को उसकी आधी कीमत ही मिलती है। खाने का भुगतान बढाये जाने को लेकर वुधवार को वेंडर आन्दोलित हो गये। दिन भर चले घटनाक्रम के बाद ठेकेदारों ने वेंडरों से बात की। आश्वाशन के बाद वेंडर किसी तरह शांत हुये और खाना सप्लाई करने पर राजी हुये।



वेंडर मांग रहे बढ़ी कीमत
वेंडरों का कहना था कि खानपान के सामान अधिक दाम में मिल रहा है। लेकिन फिर भी यात्रियों को खाना की सप्लाई उनके द्वारा पुराने दामों पर ही क़ी जा रही है। जबकि ठेकेदार दुगुने दामों में यात्रियों को खाना बेच रहे हैं। इसी को लेकर वुधवार को क़ई वेंडरों ने सांकेतिक हड़ताल कर दी थी। ठेकेदार से बढ़ी कीमत नही मिलने और बात बिगड़ी। वेंडरों का आरोप हैं कि 15 रुपये की पूड़ी का पैकेट ठेकेदार 30 में बेच रहे है। खाद्य सामग्री की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में लागत निकलनी मुश्किल हो रही है।
ठेकेदार और अधिकारियों पर लगाई मिलीभगत आरोप,
वेंडर दीपू ने आरोप लगाया है कि रेलवे अधिकारी और ठेकेदार आपस में मिले हुए हैं। इनकी मिलीभगत का ही नतीजा है, कि ठेकेदार मनमानी पर आमादा है। वेंडरों से खरीद के दुगने दाम पर यात्रियों को खाना बेचा जा रहा है। इसकी जानकारी होने के बाद भी रेलवे के जिम्मेदार अधिकारी किसी तरह का एक्शन नहीं ले रहे हैं। यह खेल पिछले लंबे समय से चलता आ रहा है।
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रेलवे अधिकारियों के हस्तक्षेप का बाद सुलझा मामला,
वेंडरों के मामले में दिन भर चले विरोध के बाद रेलवे के अधिकारियों ने दोनो पक्ष से बात की। रेलवे खानपान के अधिकारियों के समझाने के बाद सभी वेंडर मान गए और अपने काम पर वापस लौट आये है। वेंडर राजू पाल ने कहा कि ठेकेदारों क़ई मनमानी अब बर्दास्त नही होगी।