न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही धनबल और बाहुबल जुटाने में नेता और अपराधी लग गए हैं। रिमांड पर लाए गए असलहा तस्कर ने पूछताछ में इसका खुलासा किया है। उसने बताया कि अमेठी के एक नेता को प्रतिबंधित बोर की पिस्टल और कारतूस सप्लाई करने थे। लेकिन मुखबिरी के चलते पुलिस ने पहले ही झकरकटी बस अड्डे से दबोच लिया था। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया।



असलहों की डिमांड इतनी की सप्लाई नहीं कर पा रहे तस्कर
एटीएस और बाबूपुरवा पुलिस ने 20 अक्तूबर को झकरकटी बस अड्डे से अमेठी निवासी अभिषेक पाल को गिरफ्तार किया था। उसके पास से 6 कंट्रीमेड पिस्टल, 12 मैगजीन और बीस कारतूस बरामद हुए थे। जबकि उसका साथी अनिल मौर्या फरार हो गया था। अभिषेक ने बताया कि वह अनिल के कहने पर पहले लखनऊ आया और फिर उसके साथ दर्शन करने उज्जैन चला गया। वहां से असलहों की खेप लेकर वह आ रहा था। सप्लाई करने से पहले झकरकटी बस अड्डे पर एटीएस और पुलिस ने दबोच लिया। रिमांड पर आए अभिषेक ने बताया कि असलहों की सप्लाई अमेठी में राजनीति से जुड़े कुछ लोगों को करनी थी। लेकिन इससे पहले कानपुर पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में मिली जानकारी से अब पुलिस असलहा तस्करी के पूरे रैकेट पर लगाम लगाने की तैयारी में है।
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चुनाव में गड़बड़ी की चल रही है तैयारी
रिमांड के दौरान एटीएस और बाबूपुरवा पुलिस की पूछताछ में शातिर कि उनके नाम भी बताए हैं लेकिन पुलिस उसको सार्वजनिक नहीं कर रही है। मगर एक बात साफ हो गई है कि चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए असलहों की खेप ले जाई जा रही थी। तमाम सवालों में अभिषेक यही कहता रहा कि उसको नहीं पता। सारी डील अनिल ने की थी वह ढाबे पर ही बैठा था। जो भी जानकारी है वह अनिल को है।