न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर पिछले साल से कोरोना के कहर के बाद फिलहाल थोड़ी राहत है. कोविड की तीसरी लहर की आशंका के बीच रोजाना संक्रमण के मामले काफी कम संख्या में सामने आ रहे हैं. हालांकि त्योहारों के ठीक तरीके से गुजर जाने के बाद अब देशभर में होने वाली शादियों पर कोरोना का साया मंडरा रहा है. कारोबारियों के एक अनुमान के मुताबिक इस बार 14 नवंबर से शुरू हो रहे सहालगों में देशभर के अंदर करीब 25 लाख शादियां होंगी. जिनमें से अकेले दिल्ली में ही लगभग 1.5 लाख शादियों का अनुमान लगाया गया है. लिहाजा शादियों में जुटने वाली कोरोना की वाहक बन सकती है.



कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल कहते हैं कि दिवाली के त्योहारी सीजन में हुए जोरदार व्यापार से उत्साहित होकर दिल्ली सहित देश भर के व्यापारी अब शादी के सीजन की बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं और उम्मीद है कि 14 नवम्बर देव उठान एकादशी से 13 दिसम्बर तक एक महीने का शादियों का पहला चरण शुरू होगा. जिसमें देश भर में लगभग 25 लाख शादियों होने का अनुमान है और इस सीजन में लगभग 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार होगा. वहीं अकेले दिल्ली में 50 हजार करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है
खंडेलवाल कहते हैं कि पिछले दो वर्षों में कोविड संक्रमण और शादियों के बहुत कम संख्या में मुहूर्त होने और सरकार की ओर से लगाए गए अनेक प्रतिबंधों के चलते शादियां बहुत ही छोटे स्तर पर हुई थीं. इन शादियों में मेहमानों की संख्या भी काफी कम थी. लोगों ने बहुत ही कम सदस्यों की मौजूदगी में आयोजन किए लेकिन इस बार कोरोना के मामले बहुत कम होने और कोविड का खतरा टलता हुआ दिखाई देने के कारण इस बार बड़े आयोजनों का अनुमान है. लोग इस बार बड़ी सोश-गेदरिंग करने की तैयारियां कर रहे हैं.
व्यापारियों की ओर से जताए गए इस अनुमान पर ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्र कहते हैं कि त्योहारों पर कोरोना का ग्राफ बढ़ने का अनुमान लगाया गया था, शुक्र है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ और कोई नया वेरिएंट भी नहीं आया लेकिन अभी भी शादियां बची हुई हैं. त्योहारों पर पिछले साल भी मामले बहुत ज्यादा नहीं बढ़े थे लेकिन शादियों का सीजन गुजरने के बाद चीजें काफी बदली थीं
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एंडेमिक बन चुका है कोरोना
डॉ. मिश्र कहते हैं कि सबसे बड़ी बात है कि कोरोना आज एंडेमिक बन चुका है. आज यह हमारे आसपास मौजूद है. हमारे बेहद करीब होने के कारण इस वायरस को जैसे ही अनुकूल माहौल मिलेगा यह अपना प्रभाव दिखाएगा. वायरस न खत्म हुआ है न कहीं गया है. यह आम जीवन का हिस्सा बन गया है. कमजोर इम्यूनिटी वाला व्यक्ति इसकी चपेट में आसानी से आ जाएगा. अभी तक कोरोना की दवा नहीं है हालांकि कोविड वैक्सीनेशन की वजह से काफी राहत मिली है.
संक्रमण को लेकर भविष्यवाणी करना मुश्किल
डॉ. मिश्र कहते हैं कि अभी कोविड के केसेज कम आ रहे हैं लेकिन इसके बावजूद कोरोना संक्रमण को लेकर कोई भी भविष्यवाणी करना काफी मुश्किल है. बहुत संभव है कि जैसे भारत में त्योहार बीते हैं ऐसे ही शादियां भी निकल जाएं और कोई संक्रमण न फैले. या फिर ऐसा भी हो सकता है शादियों के आयोजनों में कई राज्यों और शहरों से आकर शामिल हुए लोगों के कारण बीमारी फिर से पनप जाए. ऐसे में इसे लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं की जा सकती. इसमें कोई इन्फेक्शन फैल भी सकता है और नहीं भी.