


न्यूज़ जंगल डेस्क, कानपुर : आपने कई बार सुना होगा ओल्ड इज़ गोल्ड (Old is Gold). यह कहावत चरितार्थ हुई है ऐपल के सबसे पहले कंप्यूटर के बिकने से. ऐप्पल का सबसे पहला ओरिजिनल कंप्यूटर ऐपल-1 (Apple-1) आज अमेरिका में नीलाम किया गया और आप ये जानकर हैरान होंगे कि इसे 4 लाख डॉलर में खरीदा गया है.
भारतीय करेंसी में आज के हिसाब से ये 2 करोड़ 97 लाख 2 हजार 220 रुपये बनते हैं. इस कंप्यूटर की खास बात ये है कि इसे कंपनी के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) और स्टीव वॉजनिएक (Steve Wozniak) ने अपने हाथों से बनाया था.
इस कंप्यूटर को Chaffey College Apple-1 कंप्यूटर के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसके असली मालिक Chaffey College के प्रोफेसर थे. उन्होंने साल 1977 में Apple-II कंप्यूटर खरीदने के लिए ऐपल-1 को अपने एक स्टूडेंट को सेल कर दिया था. दिलचस्प बात यह है कि उस वक्त स्टूडेंट ने इस कंप्यूटर के लिए प्रोफेसर को केवल 650 डॉलर ही दिए थे.
वर्किंग कंडीशन में है ऐपल का पहला कंप्यूटर
ऐपल-1 इस वक्त दुनियाभर में मौजूद 60 यूनिट्स में से एक है. यह उन 20 ऐपल-1 कंप्यूटर्स में भी शामिल है, जो इस वक्त काम कर रहे हैं. ऐपल-1 केसेज वाले मदरबोर्ड के साथ आता था और इसके की-बोर्ड्स व मॉनिटर्स को अलग से सेल किया जाता था. कंप्यूटर हवाई के खास koa wood कैबिनेट के साथ भी आता था. ऐपल ने इस वुड केसिंग के साथ केवल 200 कंप्यूटर्स को तैयार किया था.
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कंपोनेंट्स पार्ट्स के तौर पर होती थी सेल
जॉब्स और वॉजनिएक ज्यादातर ऐपल-1 कंप्यूटर्स को कंपोनेंट्स पार्ट्स के तौर पर सेल किया करते थे. एक कंप्यूटर शॉप ने इसके 50 यूनिट्स की डिलिवरी ली और उनमें से कुछ को वुड केसिंग में डिजाइन किया था, जिसे यूजर्स ने काफी पसंद किया था.