न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर कानपुर में भाजपा की हारी हुई 3 विधानसभा सीटों को दलितों के दम पर जीतने की रणनीति में सक्रिय हो चुकी है। इसके तहत भारतीय जनता पार्टी ने प्रमुख दलित चेहरा एवं राज्यसभा सदस्य बृजलाल को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।



इसके तहत शुक्रवार और शनिवार दो दिवसीय प्रवास के दौरान सांसद बृजलाल ने ना केवल आर्यनगर विधानसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक की, बल्कि दलितों के बीच में जाकर उन्हें भाजपाई बनाने की कवायद में लगे रहे। इस दौरान बृजलाल ने कहा कि दलितों का सबसे अधिक नुकसान यदि किसी ने किया है, तो वह बसपा पार्टी है। जिसके लिये उन्होंने पार्टी की मुखिया मायावती को जिम्मेदारी बताया।
हारी बाजी जीतने में लगी पार्टी
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा नगर की 3 सीटें हार गयी थीं। नगर की सीसामऊ, छावनी जीती हुई विधानसभा हार गई थी। जबकि इससे पहले सीतामऊ तो भाजपा के पास कभी रही ही नहीं थी।
इस तरह से इन तीनों विधानसभा में भाजपा के प्रत्याशियों को 2017 में हार का सामना करना पड़ा था। जीती हुई दोनों सीटें भाजपा की झोली से निकलकर एक सपा तो दूसरी कांग्रेस के पास चली गई थी। अब आगामी चुनाव में यह तीनों सीटें भाजपा के खाते में आ सकें, इसके लिए शीर्ष नेतृत्व में पूरी जिम्मेदारी दलित चेहरे व पूर्व डीजीपी का वर्तमान में राज्यसभा सदस्य को सौंपी है।
शीर्ष नेतृत्व को सौपेंगे रिपोर्ट
इन तीन विधानसभा चुनाव में उनके सलाह पर शीर्ष नेतृत्व लगातार काम कर रहा है। इसके लिए समन्वय समिति के साथ में बैठकों का दौर चल रही है। बृजलाल दोनों दौरों कि रिपोर्ट शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे। जिसके आधार पर आगे के निर्णय लिये जाएंगे।
दलितों को बताया भाजपा से जुड़ने के लाभ
दलितों के बीच में पहुंचे सांसद ने केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बताते रहे। फिर चाहे वह उज्जवला योजना हो या फिर पीएम आवास चाहे आयुष्मान कार्ड योजना हो एक-एक कर सभी योजनाओं के लाभ उन्होंने लोगों के बीच में रखे।
इस बीच उन्होंने दलित समाज के लोगों को यह समझाने की भरसक कोशिश की, कि दलितों का हित साधने का काम सिर्फ और सिर्फ भाजपा कर रही है। बाकी सभी पार्टियों ने दलितों को वोट बैंक समझा है।
इस बीच बृजलाल दिवंगत भाजपा नेता छबिलाल सुदर्शन के घर भी पहुंचे उनके परिजनों को वहीं शनिवार को चंद्र नगर पूरी समाज की बस्ती में उन्होंने मायावती पर हमला बोलते हुए दोहराया, कि दलित कानून को हल्का करने का काम मायावती ने किया है।
उन्होंने दलितों को समझाने की कोशिश की कि प्रधानमंत्री मोदी ने दलित जाति के रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बना कर यह साबित किया है। कि वह दलित हितैषी है।
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दलित बस्ती में लगाई चौपाल
इसी तरह बृजलाल ने ग्वालटोली बस्ती में चौपाल लगाकर कोरी समाज से जबकि बिरहाना रोड में बाल्मीकि समाज के बीच में जाकर संवाद किया। वहीं गुमटी में जाकर सिखों के बीच जाकर 84 के दंगों की पुनः जांच भाजपा द्वारा कराने की बात कही।
तीनों सीट के लिए सिर्फ मतदाताओं को साधने की कोशिश की। कार्यक्रम के दौरान सुरेश अवस्थी, मोहित पांडे अजीत सिंह छाबड़ा, परमजीत सिंह पम्मी, कमलेश वर्मा, कमलजीत सिंह आदि उपलब्ध रहे।