न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर बिकरू कांड के 45वें आरोपी मोहन अवस्थी को पनकी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रविवार को उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया जाएगा। मोहन पर कुख्यात विकास दुबे और उसके गुर्गों के भागने और उनके असलहों को ठिकाने लगाने में मदद करने का आरोप है। एसटीएफ की ओर से दर्ज मुकदमें में उसे जेल भेजा गया है।



गैंगस्टर विकास दुबे को फरारी कटवाने से असलहा ठिकाने लगाने में शामिल था मोहन
पनकी थाना प्रभारी दधिबल तिवारी ने बताया कि एसटीएफ प्रभारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने 1 मार्च 2021 को गैंगस्टर विकास दुबे को शरण देने वालों और उसके हथियार खरीदने वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से सेमी ऑटोमेटिक 30 स्प्रिंगफील्ड रायफल, कार्बाइन के साथ हथियारों और कारतूसों का जखीरा बरामद हुआ था। मामले में जरारी निवासी मोहन अवस्थी भी नामजद आरोपी था, लेकिन वह फरार चल रहा था। पनकी पुलिस ने उसे भाटिया तिराहा के पास से गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद रविवार को मोहन कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया जाएगा। बिकरू कांड में यह 45वीं गिरफ्तारी है। इससे पहले अब तक बिकरू कांड के 44 आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं।
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गैंग में शामिल इन आरोपियों को पूर्व में भेजा गया था जेल
एसटीएफ ने शिवली निवासी विष्णु कश्यप, धनीरामपुर निवासी अमन शुक्ला व अभिनव तिवारी, रसूलाबाद तुलसीनगर निवासी रामजी उर्फ राधे, करियाझाला निवासी संजय परिहार, मंगलपुर निवासी शुभम पाल के साथ हथियारों के तस्कर भिंड के डिंडी कला निवासी मनीष यादव उर्फ शेरू को गिरफ्तार किया था। इसके पास से एसटीएफ ने शिव तिवारी की सेमी ऑटोमेटिक रायफल, एक फैक्ट्री मेड सिंगल बैरल बंदूक और एक फुली ऑटोमेटिक कार्बाइन, एक रिवाल्वर और दो तमंचे और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए थे। इसी मामले में मोहन पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था और अब एक साल बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।