नवरात्रि का तीसरा दिन माँ चंद्रघंटा को समर्पित होता है, जो माँ दुर्गा का शांत और सौम्य स्वरूप मानी जाती हैं। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र होता है, जिससे इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। माँ चंद्रघंटा की पूजा से जीवन में सौंदर्य, समृद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति होती है।
तीसरे दिन पहनें ग्रे रंग के कपड़े
नवरात्रि के तीसरे दिन ग्रे (धूसर) रंग पहनना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह रंग दृढ़ता, स्थिरता और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक होता है। ग्रे रंग माँ चंद्रघंटा के शांति और शक्ति दोनों गुणों को दर्शाता है।
इस दिन ग्रे रंग के वस्त्र पहनकर देवी की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही, यह रंग मानसिक तनाव को दूर करने में भी सहायक माना जाता है।
पूजा विधि और आस्था:
सुबह स्नान के बाद ग्रे वस्त्र पहनें और माँ चंद्रघंटा का ध्यान करें।
उन्हें दूध, दही और शहद का भोग अर्पित करें।
ॐ देवी चंद्रघंटायै मंत्र का जाप करें।
घण्टी बजाकर आरती करें माँ चंद्रघंटा को घण्टियों की ध्वनि अत्यंत प्रिय है।
नवरात्रि में प्रत्येक दिन का रंग भक्तों को एक सकारात्मक ऊर्जा देता है। सही रंग पहनकर श्रद्धा पूर्वक की गई पूजा से देवी की कृपा और जीवन में शुभ फल निश्चित ही प्राप्त होते हैं।
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